मंजिले - भाग 35

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एक हादसा ----- ये एपिसोड लिखा जा रहा है। सच्ची घटना, समय पूछोगे तो नहीं बता सकता। मंजिले कहानी सगरहे की उनमत कहानी ------"एक हादसा "                                            समय अच्छा या बुरा नहीं होता, खुद ही हम इसको बनाने वाले है। कारसाज तो सभी को दो जेबे लगा कर ही इस धरती मे भेजता है।दो जेबे मतलब उच्चे और नीचे जाने की व्यस्त चाबी।                         तुम कया हो, ये जानने का अधिकार तुम को नही हो। ये लोग तुम्हे तराजू से तोलेंगे। मंत्री हो तो हर खुशखबरी तुमाहरी दिखावा होंगी। इसे सत्य मत समझ लेना। संत हो तो दुनिया से दूर होने की कोशिश करो,