श्री गुरु नानक देव जी - 5

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यहां उन्होंने ने अपना अलग से मकान ले लिया उनके माता-पिता कुछ दिन ठहर कर वापस तलवंडी चले गए।यहां उनके घर दो साहिबजादे बाबा श्री चंद भाद्रो शुदी , नौ समवत् 1551 और बाबा लखमी दास उन्नीस फाल्गुन समवत् 1553मे जन्म लिया।श्री गुरु नानक देव जी फिर जब किसी को उपदेश देते थे तो वह स्वयं बाणी की रचना करते थे।जो किसी विशेष राग अनुसार गायन होती थी।वस सुल्तानपुर लोधी मे सत्संग करते थे तो स्वयं गा बाणी सुनाते थे।श्री गुरु नानक देव जी ने स्वयं तारी सारंगी तैयार की जिसे वह रबाब कहते थे।जब श्री गुरु नानक देव जी का