माँ की गोद में जला बच्चा

---भूमिकाभारत की भूमि पर इतिहास की रेत में दबे हुए अनगिनत आँसू हैं। कुछ कहानियाँ ऐसी होती हैं जो दस्तावेज़ों में नहीं मिलतीं, लेकिन लोककथाओं, बुजुर्गों की बातों और राख में दबी स्मृतियों से फूटती हैं। ऐसी ही एक कहानी गुजरात के एक छोटे से गाँव की है, जो मुग़ल आक्रमण के समय की है। यह कहानी सिर्फ आग और तलवार की नहीं, माँ के उस प्रेम की भी है जो अपनी अंतिम साँस तक अपने बच्चे को सीने से लगाए रही।---1. गाँव जहाँ समय थम गया थागुजरात के काठियावाड़ क्षेत्र में बसा वह गाँव एक समय बहुत शांत था।