रामरक्षास्तोत्रम्... 1

(⁠ʘ⁠ᴗ⁠ʘ⁠⁠)रामरक्षास्तोत्रम्(⁠ʘ⁠ᴗ⁠ʘ⁠⁠)'रामरक्षाकवच' की सिद्धिकी विधि नवरात्रमें प्रतिदिन नौ दिनोंतक ब्राह्म मुहूर्तमें नित्य-कर्म तथा स्नानादि से निवृत्त हो शुद्ध वस्त्र धारणकर कुशा के आसन पर सुखासन लगाकर बैठ जाइये। भगवान् श्रीराम के कल्याणकारी स्वरूप में चित्त को एकाग्र करके इस महान् फलदायी स्तोत्रका कम-से-कम ग्यारह बार और यदि यह न हो सके तो सात बार नियमित रूप से प्रतिदिन पाठ कीजिये। पाठ करने वाले की श्रीराम की शक्तियों के प्रति जितनी अखण्ड श्रद्धा होगी, उतना ही फल प्राप्त होगा। वैसे 'रामरक्षाकवच' कुछ लंबा है, पर इस संक्षिप्त रूप से भी काम चल सकता है। पूर्ण  शान्ति और विश्वास से इसका जाप होना