### **सीन 1: पहली मुलाकात – लाइब्रेरी में हल्की छुअन**लाइब्रेरी में किताब ढूंढते हुए **मीरा** ऊपर की शेल्फ से एक बुक निकालने की कोशिश करती है, तभी पीछे से **आरव** आता है।उनकी उंगलियाँ एक ही किताब पर टकराती हैं।**मीरा** (धीरे से): “सॉरी…”**आरव** उसकी आँखों में देखता है।**आरव (मुस्कुरा कर):** “किताब तो तुम्हारी ही है… लेकिन नज़रे मेरी हुईं।”मीरा का चेहरा हल्का सा लाल पड़ता है। उसकी उंगलियाँ अभी भी आरव की उंगलियों से लगी हुई हैं। वो बुक छोड़ देती है और मुस्कुरा कर निकल जाती है।पीछे से आरव उसे जाते हुए देखता है — **धीमी सांसें, हलका कम्पन**।---###