कहानी का शीर्षक: "गुड़िया: बचपन के सुनहरे दिन"विषय: एक गाँव की छोटी लड़की "गुड़िया" की बचपन की दुनिया – जिसमें दोस्ती, खेल, सपने, परिवार और भावनाओं से भरी यादें हैं।--- भाग 1: आम का पेड़ और मिट्टी की गुड़िया गाँव की गलियों में धूल उड़ती थी, लेकिन उसमें भी एक मिठास थी। वहीं, एक छोटे से गाँव के किनारे एक मिट्टी का घर था, जिसके आँगन में एक बड़ा सा आम का पेड़ खड़ा था। इसी घर में रहती थी आठ साल की नन्ही सी लड़की — गुड़िया।गुड़िया की घुँघराले बाल, बड़ी-बड़ी आँखें और खिलखिलाती हँसी पूरे गाँव को जैसे