घर वापसी कई वर्ष पूर्व जब जमींदारी प्रथा विद्यमान थी। एक नगर के पास नर्मदा नदी के किनारे एक गांव था जिसमें एक जमींदार बहादुर सिंह अपने परिवार के साथ रहते थे और खेती किसानी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। वे बहुत ही विनम्र, मिलनसार व लोकहित के कार्यों में समय देकर सुख और शांति पूर्वक अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे। प्रभु कृपा से उन्हें जुडवा बच्चों की प्राप्ति हुयी जिनके नाम महेन्द्र और हरेन्द्र रखे गये, जिससे उनके जीवन में प्रसन्नता की नयी बहार आ गयी। जब बच्चे बडे हुय तो वे दोनों बच्चों को