" हार जाती हूं मैं अक्सर अपने आंसुओं से ,कोई तो हो जो मुझे समझे पर ऐसा कभी हुआ नहींजिसे दिल से चाहा उसे भी झूठी लगी ,अब तो मेरी आखिरी ख्वाहिश है उसे मैं नहीं ..... मेरी मौत की खबर मिले "******************************************ये दुनियां बहुत बुरी है ऐसा नहीं कहूंगी मैं .... ये दुनियां आज भी वैसी है जैसा कई हजार वर्षों पहले थी ।कुछ बदला है तो यहां रह रहे लोगों की सोच .... आज हम धरती से आसमान तक पहुंच चुके हैं । पर इंसानों के दिल तक तो आज भी पहुंच नहीं पाए ।जरा सोचो आप अगर किसी रिश्ते