सपनों का बंटवारा

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कहानी का शीर्षक: “सपनों का बंटवारा”लेखक: विजय शर्मा ऐरीअजनाला के पास एक बड़ा सा गाँव था — शांतपुर। यहाँ की सबसे बड़ी हवेली थी ‘वीर निवास’। यह हवेली किसी महल से कम नहीं थी, जिसकी दीवारें सफेद संगमरमर की थीं और दरवाजों पर सोने की कारीगरी थी। इस हवेली के मालिक थे सेठ वीरेंद्र सिंह, जिनकी गिनती पंजाब के सबसे अमीर किसानों में होती थी। उनके पास हजारों एकड़ ज़मीन, ट्रैक्टर, डेयरी फार्म और शहर में आलीशान कोठी थी।वीरेंद्र सिंह के दो बेटे थे — बड़ा बेटा अमर सिंह और छोटा बेटा करन सिंह। दोनों की परवरिश राजा-महाराजाओं की तरह