आंसू सूख गए - 3

आंसू सूख गए जिस गति से संसार भौतिकता की ओर जा रहा है , उस के कारण नये नये रोगों उत्पन हो रहे हैं । बहुत ऐसे रोग हैं जो पहले नहीं थे परंतु आज के मनुष्य ने बिना किसी प्रयास और रिसर्च के खोज निकाले हैं।आर्थिक सम्पन्नता के कारण मनुष्य एक प्रकार के चक्रव्यूह में फंसाता जा रहा है। इस चक्रव्यूह में प्रवेश करना आसान है परंतु बाहर निकलने के लिए जान गंवानी पड़ती हैं। जब मनुष्य के ऊपर अर्थ का भूत सवार हो जाता है तो वह अपने रिश्तेदारों तथा मित्रों को भूल जाता है। यथार्थ में वह भूलता