आलस का फलगौ तम बुद्ध के प्रिय शिष्यों में एक ऐसा भी था, जो बहुत आलसी था। परंतु वे उसे भी उतना ही स्नेह करते जितना अन्य शिष्यों को। एक दिन गौतम बुद्ध ने उस शिष्य को एक कथा सुनाते हुए कहा-किसी गाँव में एक ब्राह्मण रहा करता था। वह बड़ा भला आदमी था, लेकिन साथ ही काम को टाला करता था। वह यह मानकर चलता था कि जो कुछ होता है, भाग्य से होता है, वह अपने हाथ-पैर नहीं हिलाता था। वह बहुत आलसी था। एक दिन एक साधु उसके घर आया। ब्राह्मण और उसकी घरवाली ने उसका खूब