एपिसोड 23 – जब धड़कनों ने चित्र बनाया(लगभग 5000 शब्द | माँ के मन की छवि, रंगों की भाषा और भविष्य की झलक)---1. सुबह की ख़ामोशी में धड़कनों की आवाज़सवेरा ढल रहा था, लेकिन नैना के मन में एक हलचल सी थी।आरव के ऑफिस जाने के बाद वो कमरे में अकेली बैठी रही।खिड़की के पार हल्की धूप फर्श पर लहरों की तरह बिखरी थी।उसका हाथ अचानक अपने पेट पर चला गया —वो धीमे-धीमे मुस्कुराई।"तू आज कुछ ज्यादा ही बेचैन है…क्या कोई ख्वाब देखा था मैंने?"वो उठकर रैक में रखी डायरी लेकर बैठी और कुछ देर सोचती रही।फिर बिना कुछ