एपिसोड 17 – जब धड़कनों ने होली खेली---1. सुबह की शुरुआत – गुलाल से नहीं, गुलाब सेमार्च की हल्की ठंडी सुबह थी।बाहर गली में रंगों की होली चल रही थी,लेकिन आरव की दुनिया आज सिर्फ नैना तक सिमटी थी।वो बिस्तर पर नैना के पास आया,और एक सफेद गुलाब उसके हाथ में रखकर कहा:"ये तुम्हारी पहली होली है, हमारे साथ।और जब तक तुम खुद रंग न लगाओ…मुझे कोई हक नहीं!"---2. नैना की मुस्कराहट – और पेट पर पहली रंगी हलचलनैना ने गुलाब लिया,आरव की नाक पर हल्का सा रंग लगाया और बोली:"अब तो तुम मेरे रंग में रंग चुके हो,