पहली नज़र की खामोशी - 15

🫶 एपिसोड 15 – जब माँ की धड़कन डरी---1. हल्का दर्द, भारी मनसुबह के 11 बजे थे।नैना हमेशा की तरह खिड़की के पास बैठी अपनी डायरी में कुछ लिख रही थी।लेकिन आज कलम कई बार रुक रही थी।उसका चेहरा थोड़ा मुरझाया हुआ था।आरव कमरे में दाखिल हुआ तो उसकी नज़र तुरंत नैना के चेहरे पर गई।"सब ठीक है?"नैना ने मुस्कराने की कोशिश की, लेकिन उसका हाथ अचानक पेट पर चला गया।एक हल्का सा दर्द… लेकिन अजनबी।---2. आरव की घबराहट – शब्दों से ज़्यादा चुप्पी कह गई"नैना… ये कब से?""सुबह से थोड़ा-थोड़ा हो रहा है, पर अब ज़्यादा महसूस हो रहा