एपिसोड 13 – जब सपनों ने झूला माँगा---1. नैना की डायरी – अब सिर्फ उसकी नहीं रहीआज की तारीख: 12 अगस्तस्थान: नैना की खिड़की के पास वाली कुर्सीमूड: बेचैनी भरी उम्मीदनैना अपनी डायरी खोलती है।उसके पन्ने अब सिर्फ कविताओं से नहीं भरे होते,बल्कि हर पन्ना अब उसके आने वाले बच्चे से एक चुपचाप संवाद होता।> "आज पहली बार मैंने तुझे हल्के से महसूस किया।तुम मुझे भीतर से कुछ कह रहे थे…जैसे पूछ रहे हो – ‘माँ, क्या मैं तुम्हारे सपनों में हूँ?’और मैंने मुस्कुरा कर कहा – ‘बिलकुल। तू ही तो मेरा सबसे प्यारा सपना है।’"---2. आरव की सुबह