पहली नज़र की खामोशी - 8

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️ एपिसोड 8 – जब बारिश रहमत बन जाए---1. बिन बुलाए मेहमान – बारिश की रातशाम होते-होते आसमान में अजीब बेचैनी थी।नैना लाइब्रेरी से घर लौट रही थी,जब अचानक तेज़ बारिश शुरू हो गई —बिजली कड़की, बादल गरजे।बिना छाते के, भीगते हुए वो अपनी बिल्डिंग की सीढ़ियाँ चढ़ी,पर दरवाज़ा खोलते ही उसके सिर में तेज़ चक्कर आया…बुखार था — और बहुत तेज़।---2. आरव की बेचैनी – एक नशेड़ी की तरह दरवाज़े तक दौड़नाआरव को नैना की आवाज़ सुनाई नहीं दी दो दिन से।ना कोई मैसेज, ना कॉल।कुछ तो गलत था…रात के 9 बजे, भीगते हुए आरव नैना के घर पहुँच