कहानी: पानी की रक्षक – सान्वीलेखक: विजय शर्मा ऐरी, अजनाला, अमृतसरशब्द संख्या: लगभग 2200 शब्द---प्रस्तावनापानी, जीवन की मूलभूत आवश्यकता है। परंतु आज के समय में, हम इसकी महत्ता को भूलते जा रहे हैं। हर साल गर्मियों में नदियाँ सूखती हैं, हैंडपंप काम करना बंद कर देते हैं और गांवों में पानी के लिए हाहाकार मच जाता है। ऐसी ही एक कहानी है सान्वी की – एक छोटी सी लड़की, जिसकी सोच ने पूरे गाँव को बदल डाला।---1. गाँव की तस्वीरपंजाब के एक छोटे से गाँव "सरस्वतीपुर" में सान्वी अपने माता-पिता और छोटे भाई के साथ रहती थी। उसका घर मिट्टी