(नित्या की शादी में दहेज की मांग पर उसका भाई केशव पुलिस लेकर पहुंचता है और दोषियों को गिरफ्तार करवा देता है। परिवार नित्या को दहेज लोभियों से बचाकर राहत महसूस करता है। विपिन को अपनी बहन गुंजन की पढ़ाई छुड़वाने का पछतावा होता है और वह नित्या की आगे की पढ़ाई के लिए जतिन को जिम्मेदारी सौंपता है। जतिन पहले ही अपनी बेटी छाया की पढ़ाई के लिए घर गिरवी रख चुका है। विपिन जतिन की मदद का वादा करता है। छाया यह सुनकर भावुक हो जाती है और खुद को बदलने का संकल्प लेती है।) अब आगेछाया भूल