हिमाचल प्रदेश – मंडी से सटे एक पहाड़ी क्षेत्ररात के 10:30 बजेविराट चौहान की जीप उस समय एक कच्चे, संकरे रास्ते पर चढ़ रही थी। सामने दूर तक अंधेरा पसरा हुआ था। मोबाइल नेटवर्क गायब था, और आसपास कोई गाँव नहीं दिखता था।विराट एक रिटायर्ड आर्मी अफसर था — उम्र लगभग 38 साल। अब वह फौज में नहीं था, लेकिन आदतें अभी भी वैसी ही थीं — रात में अकेले सफर करना, हथियार साथ रखना, और किसी से न डरना।उस दिन उसे एक छोटा सा सामान पहुँचाना था — सिर्फ एक पैकेट, जो शिमला से ले जाकर बिलासपुर पहुंचाना था।