सीमा के सिपाही

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यह रही एक प्रेरणादायक हिंदी कहानी, जो भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पंजाब सीमा के पास रहने वाले एक परिवार पर आधारित है। इसमें देशभक्ति, परिवार का प्रेम, संघर्ष और साहस की मिसाल दी गई है। लेखक का नाम शामिल कर दिया गया है: विजय शर्मा ऐरी।शीर्षक: "सीमा के सिपाही"लेखक: विजय शर्मा ऐरी, अजनाला, अमृतसर1. आरंभ – गाँव की सुबहयह 1965 का साल था। अमृतसर से कुछ किलोमीटर दूर, भारत-पाकिस्तान सीमा के पास स्थित गाँव धरमकोट में सुबह की धूप हल्के से सरका रही थी। खेतों में सरसों लहरा रही थी, और गाँव के लोग अपने-अपने काम में लगे थे। उसी