(विशाल द्वारा अपमानित छाया दुखी होकर अपनी चचेरी बहन नित्या की शादी में गांव जाती है। वहां वह खुद को व्यस्त रखती है लेकिन भीतर से टूट चुकी होती है। शादी का माहौल खुशियों से भरा होता है, लेकिन दूल्हे प्रमोद के परिवार वाले अचानक दहेज की मांग करते हैं। जब विपिन और गौरी कुछ नहीं दे पाते, तो बारात वापस लौटने लगती है। छाया भावुक होकर प्रमोद से दीदी के प्यार की दुहाई देती है, पर वह चुप रहता है। उसकी मां छाया को गरीब कहकर ताने मारती है। शादी टूट जाती है और सभी गहरे आघात में होते