सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 12

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"सौंदर्य एक अभिशाप !"(भाग-१२)राजकुमारी चित्रा अपने बगीचे में सूरज सिंह से मिलती है। सूरज सिंह अपने दोस्त से मिलने आया हुआ है।राजकुमारी चित्रा सूरज सिंह को अपना प्यार जताती है।चित्रा को सूरज सिंह से पता चलता है कि उसका भाई सखी सुवर्णा से प्यार करता है।राजकुमारी चित्रा..सखी सुवर्णा, तुम क्या ढूँढ रही हो? हम तुम्हारे बारे में बात कर रहे हैं और तुम ध्यान नहीं दे रही हो? मेरे भाई को तुमसे प्यार हो गया है।अचानक पूछे गए सवालों से सुवर्णा थोड़ी डर जाती है।क्या बोलूं क्या न बोलूं! सखी मेरे पर गुस्से हो सकती है।चित्रा..सखी.. बताओ..क्या तुम्हें मेरा भाई