मंजिले - भाग 31

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एक जंग ------(31)                         ये स्टोरी मर्मिक एक कुशल युवक की सोच पर आधारित है। ये साल 1950 का पाँचवा महीना है। डेट पर कोई खास धयान नहीं है। रुसी अधिकारी पूरी जानकारी के साथ युद्ध करने से पहले दुश्मन को जांचना चाहते है। इस लिए युवक डामिकस्तान को उस हद मे भेजा जाता है। हथियारों से लेस कर के गुप्त तरीके से, ये कहानी सत्य है। उसको एक टेंक के  ज़रिये वहा भेजा जाता है। स्पिनर बंदूक उसके हाथ मे होती है। उसका निशाना 40 फुट तक का होता है। वो बारूद लिए बसती मे उतरता है। कभी लड़ाई की थी