धीरु एक शांत सा लड़का था जो पहाड़ों की तलहटी में बसे एक छोटे से गांव में रहता था, गांव का नाम था पनघटपुर। वहां की वादियाँ जितनी हसीन थीं, उतनी ही रहस्यमयी भी थीं। गाँव के ठीक ऊपर एक पुराना किला था—“राजगढ़ हवेली”—जिसके बारे में लोगों का मानना था कि वहां आत्माओं का वास है, और रात के समय वहां कोई नहीं जाता था। पर धीरु थोड़ा अलग था, वह डर को चुनौती देना जानता था, और शायद इसलिए ही वह गांव में सबका चहेता भी था। एक दिन गांव में एक लड़की आई—भूमि। वह शहर से आई थी,