शापित हवेली का आखिरी योद्धा - धीरेंद्र और स्नेहा की कहानी

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गर्मी की छुट्टियों में दस पुराने दोस्त—धीरेंद्र, स्नेहा, राज, विशाल, समीर, अमन, आदित्य, करण, नवीन और रोहित—ने प्लान बनाया कि वे शहर की भागदौड़ से दूर किसी शांत पहाड़ी इलाके में कुछ दिन बिताएंगे, पुराने किस्सों को दोहराएंगे और एक साथ ज़िंदगी के सबसे यादगार पल जिएंगे, इंटरनेट पर सर्च करते हुए उन्हें उत्तराखंड के एक छोटे गांव में एक पुरानी हवेली दिखी जो अब वीरान थी लेकिन किराये पर मिल रही थी, गांव वालों ने साफ मना किया कि वहां मत जाओ, वो हवेली शापित है, लेकिन धीरेंद्र और बाकी दोस्तों ने इस चेतावनी को मज़ाक समझा और 10