धीरु का स्वभाव बचपन से ही अलग था। गुस्से से भरा, मगर अन्याय के खिलाफ हमेशा खड़ा। कोई किसी कमज़ोर को सताए, तो धीरु सबसे पहले सामने आता। उसकी आँखों में आक्रोश जलता था और दिल में न्याय की आग। गाँव के लोग उसे प्यार से "छोटा सिंह" कहते थे। स्कूल में भी वो अक्सर अपने साथियों को बचाने के लिए लड़ाइयाँ करता, लेकिन उसमें कभी स्वार्थ नहीं होता।एक दिन गाँव में कुछ बाहरी बदमाश आए, जो एक गरीब किसान की बेटी को उठाने की कोशिश कर रहे थे। धीरु ने बिना सोचे समझे दौड़ लगा दी और अकेले ही