धीरु एक सीधा-सच्चा लड़का था, जिसकी जिंदगी में बस दो ही चीजें अहम थीं — उसका सपना और उसका प्यार, मेघा। मेघा उसकी ज़िन्दगी की धड़कन थी, वह हर लम्हा मेघा के साथ जीना चाहता था। दोनों की मुलाकात कॉलेज में हुई थी और धीरे-धीरे यह मुलाकात एक सच्चे प्यार में बदल गई थी। मेघा को धीरु की सादगी, उसका समर्पण और उसकी सच्चाई से प्यार हो गया था। धीरु भी मेघा के साथ अपने हर सपने को साझा करता था।लेकिन किस्मत की चालें अक्सर बेवजह और बेरहम होती हैं। एक शाम, जब धीरु घर लौट रहा था, कुछ बदमाशों