भाग 1: प्यार की शुरुआतदिल्ली की तंग गलियों में रहने वाली आकांक्षा एक सीधी-सादी, पढ़ने-लिखने वाली लड़की थी। वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी और उसके सपनों में बस एक ही नाम था – धीरू। धीरू एक जांबाज नौजवान था, जिसे मोहल्ले के लोग दिल से चाहते थे। वह न सिर्फ मजबूत और निडर था, बल्कि दिल से भी बहुत साफ था।धीरू और आकांक्षा की मुलाकात एक सड़क हादसे में हुई थी, जब आकांक्षा को एक बाइक सवार ने टक्कर मार दी थी और धीरू ने उसे समय पर अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाई थी। तभी से आकांक्षा