अगले दिन ऑफिस पहुँचने के बाद रीतेश ने माही से कहा, "मेरी मम्मी कह रही थीं कि कल हम लोग माही के घर चलेंगे। वह आज शाम को तुम्हारी मम्मी से बात करने वाली हैं। तुम्हें मिलने के बाद, मेरी मम्मी मेरी तरफ़ बार-बार देखेंगी और इशारे ही इशारे में पूछेंगी कि क्या तुम्हें लड़की पसंद है?" "फिर आप क्या कहेंगे रीतेश?" "वही जो मैंने तुम्हारी तस्वीर देखते ही कह दिया था।" अब तो रीतेश और माही दोनों ही चाहते थे कि सब कुछ अच्छी तरह से तय हो जाए और वे जल्दी ही जीवनसाथी बन जाएँ। भगवान ने भी