14. अजीब सी स्थिति थी। रेखा को समझ में नहीं आता था कि ये कैसे दिन हैं? क्या उसका मन और भारी हो गया है या कोई हल्कापन बादल की तरह तैरता हुआ उसके इर्द - गिर्द मंडराने लगा है। उसे लगता था कि घर- परिवार के लोग क्या इसी तरह एक - एक करके दूर होते चले जाएंगे? रेखा की बेटी की शादी भी तय हो गई थी। एक राज्य में रहती थी रेखा, दूसरे राज्य में था उसका पीछे छूट चुका घर, तीसरे राज्य में थी बेटी की नौकरी और चौथे राज्य में था उसका ससुराल। उसे अक्सर