सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 8

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"सौंदर्य एक अभिशाप!"(पार्ट -८)राजकुमारी चित्रा और सुवर्णा छिपे हुए सूरज सिंह की ओर आ रही हैं।तो युवा सूरज सिंह फुसफुसाता है कि अरे दोस्त.. अब तुम जल्दी आओ। नहीं तो सैनिक मुझे कैद कर लेंगे। राजकुमारी चित्रा की सहेली ने मुझे देख लिया है। छिपने की कोई जगह नहीं है और भागने का कोई रास्ता नहीं है।इसी बीच एक खरगोश छलांग लगाकर युवा सूरज सिंह के पास आता है। तो सूरज सिंह उठ जाता है।सुवर्णा और राजकुमारी चित्रा देखती हैं।राजकुमारी चित्रा..तुम कौन हो? तुम यहाँ क्यों आये हो? क्या तुम्हें नहीं पता कि कोई साधारण व्यक्ति इस बगीचे में नहीं