कभी यादों में आओ ️ ( मुक्ति )**********हॉस्पिटल से वो अंजान लड़की घर ला चुंकि थी । सारा परिवार शौक में डूबा था । किसी के मुंह से एक बोल नहीं फुंट रहा था । उस लड़की को घर के हॉल में लिटा दिया जाता है । आस-पास परिवार वाले बैठे थे । उस लड़की का पति अपने गोद में अपने बच्चे को पकड़े बैठा था । वो बिल्कुल शांत था। ना कोई आंसू ना कोई चेहरे पर दुख के भाव । एक अजीब सी शांति पसरी हुई थी उसके चेहरे पर । रात का समय था तो अभी अंतिम संस्कार