बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 14

  • 447
  • 168

रीकैपपिछले चैप्टर में हम ने यह पढ़ की किस तरह से आरोही खुश हो कर  डांस करती है ।दूसरी तरफ शेखर कपाड़िया अर्णव कपाड़िया की फैमिली से नफरत करते है ।उनकी खुशियों को चिन्ना चाहता है। तीसरी तरफ शिवाय पालकी को मानता है। अरनव जी ,खुशी जी अपने घर में अपने बच्चों को पहले की तरह हंसते खेलते देखकर बहुत खुश हो जाते हैं इशिता जी अपने मन में ही अपने बच्चों के और परिवार का भलाई लेती है। अब आगे सब लोग अपने-अपने कमरे में तैयार हो रहे हैं क्योंकि शाम को ने टाइम से पार्टी हॉल में भी जाना है।।वनराज और रुचिता