स्त्रियों की सशक्त पुस्तकें

परंपरागत शिल्प, कथ्य, विन्यास की दीवारों को तोड़ते सशक्त स्त्री स्वर _________________________ हम अभी तक लेखन में स्त्री स्वर की जिस गूंज का इंतजार किया जा रहा था वह अब पूरे जोर शोर से दाखिल हो चुकी है। थी तो पहले भी पर तब कुछ मेट्रोपोलिटन टाइप लेखिकाओं ने देह विमर्श, खुलेपन के नाम पर परिवार विखंडन पर कहानियां लिखीं जिन्हे तथाकथित पैरोकारों ने प्रक्षेपित किया। दिख रहा था की यह सतही, मनोहर कहानियां टाइप है, चल नही पाएगा। वही हुआ और उस खेप की लेखिकाओं की बोल्ड टाइप की दूसरी या तीसरी कहानी नही आई । सामान्यजन से जुड़ाव