भूमिका:यह कहानी भारत और भूटान की सीमा के पास स्थित एक छोटे से गाँव 'शून्य रेखा' (Zero Line) की है, जहाँ 2002 में एक घटना घटी जिसे न तो पूरी तरह समझा जा सका, न ही भुलाया जा सका। यह एक ऐसा मामला था, जिसमें रहस्य, हत्या, अंतरराष्ट्रीय गुप्तचरों और आत्माओं की परछाइयाँ एक साथ मिली हुई थीं।प्रारंभ — सीमारेखा की लाश15 जून 2002 की रात, भूटान सीमा के समीप स्थित "नगालंग गाँव" में ज़ोरदार बारिश हो रही थी। उसी रात, भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने शून्य रेखा के एक निर्जन चेकपोस्ट के पास एक औरत की