एक छोटे से गाँव में राहुल नाम का एक लड़का रहता था। वह बहुत ही शरारती और जिद्दी था। उसे पेड़-पौधों से कोई लगाव नहीं था। वह अक्सर अपने दोस्तों के साथ मिलकर पेड़ों की डालियाँ तोड़ देता, फूलों को रौंद देता और पौधों को उखाड़कर फेंक देता। उसके माता-पिता उसे समझाते कि पेड़-पौधे हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, लेकिन राहुल कभी उनकी बात नहीं मानता। एक दिन गाँव में एक बूढ़े साधु महाराज आए। वे प्रकृति की महिमा के बारे में लोगों को ज्ञान देते थे। राहुल के पिता ने उसे साधु महाराज के पास ले जाकर उनसे