"सौंदर्य एक अभिशाप!" (भाग-6) युवा सूरज सिंह के चले जाने के बाद लता अकेली रह जाती है। तभी तोता बना जादूगर प्रकट होता है। वह मुस्कराते हुए कहता है.. राजकुमारी अकेली है.. अकेली.. सुंदर तो सुंदर है.. लता चौंक जाती है.. और डर जाती है। वह डर कर कहती है.. मैं राजकुमारी नहीं हूँ। मैं राजकुमारी चित्रा की सहेली हूँ। राजकुमारी यहां से अभी गई । जादूगर.. मैं जादूगर जॉन हूँ..हाँ..हाँ..हाँ.. मैं जो पसंद करता हूँ, उसे पाकर ही बोलता हूँ। लता.. मुझे जाने दो। नहीं तो मैं चिल्लाकर सैनिकों को बुला लूँगा। यह सुनकर जादूगर जॉन हँसने लगा.. सैनिक..ओह.. सैनिक.. क्या वे यहाँ हैं? मैंने उन्हें नहीं देखा। अगर तुम चुपचाप मेरे साथ नहीं