Episode -2 (निगाहें एक ही तस्वीर....)ख़्वाबों को निगाहों से कोई दूर नहीं कर सकतामगर ये सच है निगाहें ख़ुद उसे पूरा नहीं कर सकतींमेरी ख़ुद की वर्तमान परिस्थिति को समझना बड़ा मुश्किल लग रहा था। जिस राह पर मैने कदम बढ़ाए थे क्या वो मेरी हमनवा है भी ? और अगर है तो कितनी दूर तक...?मैं अपनी इन हसरतों को हर रात नींद से पहले सुला देती मगर मेरे जगते ही ये पलकों पे फ़िर उम्मीद बनकर संवर जातीं मैं इन दिनों जिस कल्पना भरी दुनिया में थी उसका सिर्फ़ एक ही हक़ीक़त था और वो था वो लड़का "साहिल"। उसके