सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 5

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"सौंदर्य एक अभिशाप !"(भाग-5)राजकीय उद्यान में लता की मुलाकात एक अनजान युवक सूरज सिंह से होती है, जो अपने दोस्त से मिलने आया है। युवक अपनी पहचान छुपाता है।युवक लता की खूबसूरती की तारीफ करता है।लता..अगर तुम दोस्त से मिलने आये हो, तो अपने दोस्त के पास जाओ। यहां क्यूं आयें हो?तुम्हें बगीचे में नहीं मिलेगा। बेहतर है कि तुम अभी चले जाओ।युवक..अच्छा,दोस्त को ढूंढते हैं, जब मिल जाएगा, तब ढूंढ लूंगा, लेकिन तुम्हारे जैसा दोस्त पाना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। तुम हो ही ऐसी।दोस्त बनने के लायक।लता..मैं तुम्हें नहीं जानती ।मैं अजनबियों से बात नहीं करती। इसलिए