(एक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर)शहर का नाम था शिवपुर — एक शांत, छोटा सा शहर जहाँ अपराध बहुत कम होते थे। पर पिछले चार महीनों से सब कुछ बदल चुका था। हर पंद्रहवें दिन एक नई लाश मिलती — गले पर एक जैसे तीन कट, और पास में एक सफेद गुलाब रखा होता। न कोई गवाह, न कोई सुराग।पुलिस के हाथ खाली थे। मीडिया ने उस रहस्यमयी हत्यारे को नाम दिया —“गुलाब कातिल।”थाना प्रमुख ने केस सौंपा — इंस्पेक्टर आरव वर्मा को। आरव शांत स्वभाव का, बेहद विश्लेषणात्मक सोच वाला अधिकारी था। उसने आते ही सभी चार हत्याओं की केस फाइल मंगवाईं।