जीवन का अर्थ: एक गहरा अन्वेषण"जीवन का अर्थ" मानवजाति के सबसे पुराने और सबसे गहरे प्रश्नों में से एक है, जिसने सदियों से दार्शनिकों, धर्मशास्त्रियों, वैज्ञानिकों और व्यक्तियों को अपनी ओर आकर्षित किया है। इसका कोई एक सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत उत्तर नहीं है, क्योंकि इसकी व्याख्या अक्सर किसी के विश्वदृष्टि, विश्वासों और व्यक्तिगत अनुभवों पर निर्भर करती है।यहाँ जीवन के अर्थ पर विभिन्न दृष्टिकोणों का एक विश्लेषण दिया गया है:1. दार्शनिक दृष्टिकोण * अस्तित्ववाद (Existentialism): जीन-पॉल सार्त्र और अल्बर्ट कैमस जैसे विचारकों द्वारा समर्थित यह विचार, तर्क देता है कि जीवन का कोई अंतर्निहित, पूर्व-निर्धारित अर्थ नहीं होता। इसके बजाय,