------------------------------------------- फिल्म प्रोड्यूसर एंड डायरेक्टर एसोसिएशन द्वारा टेलेंट कांटेस्ट में धर्मेंद्र चुने गए वर्ष उन्नीस साठ में। फिल्म आई "दिल भी तेरा हम भी तेरे", अर्जुन हिंगोरानी की। कोई खास नहीं चली पर धर्मेंद्र मुंबई आ गए थे। उसके शोला और शबनम, 1961, शादी, अनपढ़, 1963 और फिर आई मिलन की बेला सुपरहिट रही और धर्मेंद्र एक स्टार बन गए। अभिनय का स्वाभाविक अंदाज और निर्देशकों द्वारा जब जो जरूरत पड़ी वह सीखते गए। कभी घुड़सवारी, सूट पहनना, शहरी तौर तरीके तो कभी नृत्य, जो आया नहीं। फिर आई फूल और पत्थर, उसमें मीना कुमारी जैसी बड़ी अदाकारा के संग