चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 3 (अंतिम भाग)

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एपीसोड -3 नरेन ने अपनी आदत नहीं छोड़ी । रोज घर आते ही इशिता की बात करने लगते । वह चुपचाप नोट कर रहे थे कि मनु भी पास की कुरसी पर बैठा उन की एकएक बात ध्यान से सुनता रहता है और जैसे ही उन की बात समाप्त होती है , वह तुरंत मां के कमरे में चला जाता है । वह मन ही मन मुस्कराते - ‘अच्छा, तो उन के पीछे यह नन्हा जासूस लगा दिया गया है ।’ जब एक दिन मनु बहुत ध्यान से उन की बात सुन रहा था तो उन्होंने जानबूझ कर कहा, “मनु,