एपीसोड -2 “क्या?” वह भी चौंक उठे थे, पर वह इस रात की मधुरता को खोना नहीं चाहते थे । बोले, “ख़ैर , अब तो शादी तो हो ही गई है । मैं वादा करता हूँ कि 5-6 वर्षों में विभागीय परीक्षा पास कर के तुम्हें अफ़सर बन कर दिखा दूंगा ।” “लेकिन जो सीधे अफ़सर बनते हैं उनकी बात ही कुछ और होती है । 5-6 वर्षों तक तो तुम क्लर्क ही रहोगे,” नीति ने घृणा से मुंह सिकोड़ा, “मैं अपने रिश्तेदारों व सहेलियों को क्या मुंह दिखाऊंगी?” कह कर वह फूलों के बिस्तर पर पड़ी रात भर सिसकती