FRIEND OR FOE - The Power Of Prayer - 7

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हमारा प्रेम शुद्ध प्रेम है या शुद्ध प्रेम के नाम से भ्रम?प्रस्तुत है Friend or Foe Book का Episode 07.तरंगवतीतरंगवती नामक स्त्री पूर्व भव में चक्रवाकी पक्षी थी. इस भव में तरंगवती. वह यह निर्णय करती है कि चक्रवाकी वाले भव में, जो चक्रवाक पति के रूप में था, वह जीव ही इस भव में भी पति के रूप में मिले तो ही शादी करनी-वरना नहीं.’ यहाँ पर गौर करने जैसा है. तरंगवती कौन? अपसरा अथवा परी को भी मुँह नीचा करना पडे, ऐसा सुंदर रूप उसका, और हो सकता है कि पूर्वभव का प्रियतम चक्रवाक इस भव में भयंकर कुरूप