पहली दस्तक - 3

  • 447
  • 171

अगले दिन नव्या तय कर चुकी थी —आज वो किसी की बात में नहीं पड़ेगी।कौन कैसा है, कौन क्या सोचता है — उससे कोई मतलब नहीं।वह सिर्फ एक शिक्षक की तरह पेश आएगी — न्यूट्रल, प्रोफेशनल और शांत।स्कूल पहुँचकर वह ऑफिस में रजिस्टर पर साइन करती है और असेंबली की तरफ़ बढ़ती है।विनीता मैम उसे दूर से देखकर मुस्कुराती हैं,नव्या भी हल्की सी स्माइल रिटर्न करती है।जो भी टीचर्स असेंबली में थे, नव्या सबसे "गुड मॉर्निंग" कहती है। फिर वह बच्चों को लाइन में लगाने में और असेंबली को व्यवस्थित करने में पूरी मदद करती है।नव्या अब धीरे-धीरे खुद को