काफला यूँ ही चलता रहा - 2

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काफला यू ही चलता रहा ------(2)ये उपन्यास की हर कड़ी एक बेहद ही रोचक है। समझने योग बात यही है। कि गरीब कैसा आपना जीवन जीता है, और जो बादशाहत उनके यहां है, और कही नहीं मिलेगी।अशोक दा सुबह जल्दी उठा... बोतल एक लीं। और खोहली खुली छोड़ कर आ गया था... पहले पेट साफ जरुरी होता है... ज़ब तुम एक दो किलोमीटर चल कर जाओगे तो पेट साफ होने से कोई नहीं रोक सकता।अमरीका कनेडा मे पेट न साफ होने की वजह यही है।बैठ चूका था एक मक्के के खेत मे, बस पीछे से आवाज़ आयी थी... "दादा जो