**ज़िंदगी का सफर: हिमाचल प्रदेश के शिमला से थोड़ा दूर, एक छोटा-सा गाँव, कुफरी ...... ***कहानी की शुरुआत** कुफरी की ठंडी हवाओं में सेब के बागों की खुशबू बिखरी हुई थी। विक्रम सुबह-सुबह अपने बाग में मज़दूरों को सेब तोड़ने के निर्देश दे रहा था। उसका सपना था कि इस साल उसकी फसल शिमला के बाज़ार में सबसे अच्छी कीमत पर बिके। लेकिन उसकी ज़िद्दी और सख्त स्वभाव की वजह से मज़दूरों में नाराज़गी थी। सुमन, जो गाँव के स्कूल में टीचर थी, बच्चों को पढ़ाने के बाद घर लौटी और