भूल भुलैया

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जीवन भी एक भूल भुलैया है – यह कहावत केवल एक कथन नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का अनुभव है जिसने जीवन की राहों पर चलने की कोशिश की है। इस भूल भुलैया में कभी रास्ते सीधे दिखते हैं, लेकिन अंततः वे मोड़ ले लेते हैं; कभी लोग अपने बनते हैं, पर बाद में पराए हो जाते हैं। और कभी हम खुद को ही खो बैठते हैं।यह कहानी है अभिनव नामक एक युवक की, जो जीवन की इस भूल भुलैया में भटकता है, रास्ते तलाशता है, और अंततः खुद को खोज लेता है।अभिनव एक छोटे से शहर का होनहार विद्यार्थी