राजीव एक बेहद होशियार और मेधावी छात्र था। उसका सपना था कि वह एक दिन देश का सबसे बड़ा वैज्ञानिक बने और अपने माता-पिता का नाम रोशन करे। छोटे से गाँव से निकलकर उसने शहर के सबसे बड़े इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया था। माता-पिता की आंखों में सपनों की चमक थी और राजीव के चेहरे पर आत्मविश्वास।राजीव का गाँव उत्तर प्रदेश के एक छोटे से जिले में था। वहाँ शिक्षा के संसाधन सीमित थे, लेकिन राजीव ने कभी हार नहीं मानी। उसके गुरुजी हमेशा कहते थे, "यह लड़का एक दिन बड़ा नाम करेगा।" और सच में, उसने राष्ट्रीय स्तर